Ø अपने क्षेत्र की ऊंचाई के आधार पर ,
मिट्टी के प्रकार ,
जलवायु परिस्थितियों
को ध्यान में रखते हुये किस्मों का चयन सावधानी से किया जाना चाहिए। गलत किस्मों के चुनाव से भविष्य में पछतावा हो सकता है।
Ø बागीचे का अभिविन्यास (Orientation), उच्च गुणवत्ता के फल उत्पादन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ताकि सूरज की रोशनी का अधिकतम दोहन किया जा सके |
Ø मिट्टी का नमूने की जांच नितांत आवश्यक है | इसी जांच की रिपोर्ट के
आधार पर ही फसलों के fertigation schedule तय किये जाते हैं।
Ø पौधे खरीदते समय ध्यान दें कि पौधे Hairy root, Crown gall,
San Jose Scale, Wooly apple aphid आदि व्याधियों से मुक्त हों |
जड़ों का स्वस्थ होना आवश्यक है।
Ø खुदाई के बाद कम से कम 25-30 के लिए गड्ढों को खुला रखें।
Ø लगाने से पहले पौधे की जड़ों को कम से कम 30 मिनट तक
0.2% bavistin घोल में डूबा कर रखें |
Ø अपने बगीचों में व्याप्त समस्याओं के अनुसार ही गड्ढे में कीटनाशकों/
फ़फ़ूंदनाशक / जैव नियंत्रण एजेंटों को डालें ।
Ø व्यावसायिक किस्मों से अधिक से अधिक फसल पाने के लिए अपने बगीचे
में कम से कम 30 % परागण किस्मों के पौधे लगाना मत भूलिए ।
Ø पौध रोपण के तुरन्त बाद सिंचाई और उसके बाद mulching किया जाना चाहिये ।